सीबीएसई 10th के परीक्षा परिणाम में इस बार 13 विद्यार्थी Topper में है। इनमें जैन समाज की दो प्रतिभाशाली बेटियों ने भी 499 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान में जगह बनाई है। जयपुर की तरु जैन एवं गाजियाबाद की अपूर्वा जैन ने यह उपलब्धि हासिल कर पूरे जैन समाज को गौरवान्वित किया है।
गाजियाबाद : कड़ी मेहनत से हर मंजिल आसान हो जाती है, लेकिन वह ईमानदारी से होना चाहिए। यह कहना है सीबीएसई 10वीं बोर्ड की टॉपर अपूर्वा जैन का। उन्होंने परीक्षा में टॉप करके जिले का गौरव पूरे देश में बढ़ाया। उत्तम स्कूल फॉर गर्ल्स से नर्सरी से पढ़ाई कर रहीं अपूर्वा ने परीक्षा में पांच सौ में 499 अंक हासिल कर टॉपर बनीं। उन्होंने अंग्रेजी, संस्कृत, गणित व विज्ञान में पूर्णांक हासिल किया जबकि सोशल साइंस में 99 अंक मिले। अपूर्वा ने अपनी सफलता का श्रेय मम्मी-पापा के अलावा शिक्षकों को देतीं हैं। आइआइटी से कंप्यूटर साइंस पढ़ना चाहती हैं
वह अपना कॅरियर इंजीनियर के रूप में बनाना चाहती है। आइआइटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहती हैं। उनके पिता मनीष जैन एक बिजनेसमैन है, जबकि मां अंशु जैन गृहणी है। परिवार में बडे़ भाई अथर्व जैन इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहे है। अपूर्वा का कहना है कि बड़े भाई ने पढ़ाई में काफी मदद की। उन्होंने पढ़ाई के दौरान कभी कोचिग नहीं ली। अपूर्वा का कहना है कि वह वह सामान्य तौर पर एक लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करती थीं। पढ़ाई को उसने घंटों में कभी नहीं बांटा। आगे चलकर वह तकनीकी क्षेत्र में अनुसंधान करना चाहती है। इसके लिए वह अभी से आइआइटी में प्रवेश के लिए तैयारी शुरू कर दी है। वह सोशल मीडिया कम सक्रिय रहतीं हैं, वहीं वीडियो गेम खेलना अच्छा लगता है। बेटियों को लेकर बनाई गई फिल्म दंगल ने अधिक प्रभावित किया। अपूर्वा अपने परिवार साथ न्यू गांधी नगर में रहती हैं। फास्ट फूड खाना और यूट्यूब पर वीडियो देखना है पसंद
अपूर्वा कहती हैं कि पढ़ाई को बोझ नहीं समझें बल्कि एंज्वाय करें। अगर नियमित रूप से पढ़ने में कठिन मेहनत करती थी तो एंज्वाय करने और फ्रेश होने के लिए यूट्यूब पर वीडियो भी देखती हूं।
जयपुर। जयपुर की तरु जैन ने 500 में से 499 अंक लाकर सीबीएसई 10वीं में टॉप किया है। तरु ने इस सफलता का क्रेडिट अपने टीचर्स, फ्रेंड्स व फैमिली को दिया है। तरु ने कहा कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी से सीए करना चाहती है या इकॉनोमिक ऑनर्स करना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि साेशल मीडिया से दूरी बनाए बगैर पढ़ाई की और यह मुकाम हासिल किया। तरु के पिता आईसीआईसीआई बैंक में चीफ मैनेजर (आई टी) हैं और मां नेहा जैन हाउस वाइफ हैं।
मैंने इतना एक्सपैक्ट नहीं किया था
तरु ने कहा, मैं इस बड़ी सफलता का क्रेडिट अपनी फैमिली, फ्रेंड्स व टीचर्स को देती हूं। मैंने इतना अच्छा परिणाम एक्सपैक्ट नहीं किया था। भविष्य में क्या करना है के बारे में पूछे जाने पर तरु ने कहा, मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से सीए करना चाहती हूं।
सोशल मीडिया से नहीं बनाई दूरी
तरु ने कहा कि वह आधे घंटे सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं।मैं कभी नहीं कहूंगी की सोशल मीडिया से पूरी तरह कटे रहें। यह रुटीन पढ़ाई के दौरान भी जारी रहा। मैंतीन-चार घंटे रोज पढ़ाई करती हूं।मेरी मैथ्स और स्टेटिक्स में हमेशा रुचि रही है। कई बार मुझे लगता है कि जो मैंने पढ़ा है उसे भूल जाती हूंं ऐसे स्थति मेंमेरे पेरेंंट्स मेरी मदद करते थे।
बेटी पर गर्व
तरु के पिता धर्मेंद्र जैन ने कहा उनकी बेटी ने न केवल माता-पिता का बल्कि राजस्थान का भी नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि हमें 97 प्रतिशत तक की उम्मीद थी, लेकिन इतनी उम्मीद नहीं थी। धर्मेंद्र ने कहा कि आज गर्व महसूस हो रहा है, हम गौरवान्वित है। वहीं तरु की मां नेहा जैन ने कहा कि आज मुझे मेरी बेटी के नाम से जाना जा रहा है। इस खुशी को व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। यह गर्व करने लायक है। उन्होंने बताया कि हमारा संयुक्त परिवार है और तरु सबके साथ घुलमिल रहती है।
वह पढ़ाई के साथ और कामों में भी रुचि लेती है। नेहा ने कहा कि तरु को सपोर्ट करने की ज्यादा जरूरत नहींं पड़ी। यह खुद परफेक्ट है। इस पर ज्यादा प्रेशर डालने की जरूरत नही है। उन्होंने कहा कि हम तरु के सपने करने के लिए उसके साथ हैं। उसे अपने फैसले लेने की पूरी आजादी है। वह आगे जो भी पढ़ाई या करियर के बारे में तय करेगी हम उसका पूरा साथ देंगे। आगे सब कुछ इसके ऊपर छोड़ रखा है।
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